सीव सदाही सत है
सीव सदाही सत है
परब्रम है गुरू समान
जगत पती वो प्राण विधाता सीव से दुनिया जहान
अईसं सक्ती नाम से पाठे करले अमरीत पनमा रे मनमा
हाँ
अपने के
खेवाईया उनके दाया से जीव चारा चल
जीवन मिलल बभाईया
अईसं धन्हों की सोड़ी न गौली हो जाई कले अनमा रे मनमा
भोला जी के भाजानावा सुगानमा करले रे मनमा
हाँ भोले बाबा से नहीं आलागाईबा जिनगी के सुख पाईबा
भोले बाबा से नहीं आलागाईबा जिनगी के सुख पाईबा
पाप से मुट्ती मिल जाई तोहरा
आपन भीगरी बनाईबा
कौला पुन बड़ी भाग से पवला मानुस के इतनमा
भोला जी के भाजानमा सुगानमा करले रे मनमा
भोला जी के भाजानमा सुगानमा करले रे मनमा
पलपला इपहु मूल समय
आसहीन ब्यर्त गमावा
संतुस्राहुल के मीली संगमा भोला के भाजानया तुगावा
तोहरो सगर पुरन हो जाई सो चल जेबा
सापनमा रे मनमा
भोला जी के भाजानमा सुगानमा करले रे मनमा