संगे चुट्टी ओई मोड़ भी जोड़ वें दिन
ते सजन इनदी नहीं लड़ी चेज़ी वें दिन
भावे लखी तलवारां दे होन पारे
पंदे धावी पहाडी सकतें दिन
पागी सरीती हो वें सरीदारिया दी
ते बनदे उस दिलां जिन दे दू
दर्यावासी अतमाया अच्छे लग गहरां दे सानु इनजिना सट
वाने वा वाने वा
करके पियारी यह सद दिन दी लिलाई यह जावे
देली वाली गली देनू खोलक फुनाईए
देली वाली गली देनू खोलक फुनाईए
जावे
दी छोड़िया तू के दाद न परिले
पानी नहीं रुक दे खटी गल फराख दी ये लाल जुलियां च नहीं लुख दे
जिन्दीगी ये सारी अच्छा तेरे नामे लाईए
जिन्दीगी ये सारी अच्छा तेरे नामे लाईए
जावे दी छोड़िया तू के दाद न परिले
बाबे फर्नेश खाना भी फर्नेश
होना तबला बजानदा है
फोच के असां फराख चिताये
तियार वे पिपे सनु कौल जिरे दिनी न भी सार वे
दासी असां केरी चीज ते थू भी न कही ये जावे
जावे दी छोड़िया तू के दाद न परिले
जावे दी छोड़िया तू के दाद न परिले