कनईया आजाओ एक बार
कनईया आजाओ एक बार
ओ ढूंड ढूंड के हार गई हूँ
मैं सत्वंती नार
कनईया आजाओ एक बार
कनईया आजाओ एक बार
ओ तोड़ दिया है मैंने दरपण
तन मन है ये तुझे को अरपण
रहती हूँ मैं दूर अकेली
ना कोई नोकर ना है सहेली
अब तो ना कोई नोकर ना है सहेली
अब तो ना है कोई हवेली
छोड़ दिया घर बार
कनईया आजाओ एक बार
कनईया आजाओ एक बार
ओ कम दाम का लोग रहा ना
शिर पे कोई बोज रहा ना
रूखी सूखी करूँ गुजारा
तेरे बिन ना रहा ना
कोई सहारा ना है कोई मेरा दुलारा
छोड़ दिया मोहे प्यार
कनईया आजाओ एक बार
कनईया आजाओ एक बार
ओ जगती हूँ मैं भोर उजाले
जीवन मेरा तेरे हवाले
मंदिर में मैं रोज ही जाओ
सिरी चरणों में सीस जुकाले
अपने मन का मैं ये सबझाओ
जूटा है संसार
कनईया आजाओ एक बार
कनईया आजाओ एक बार
ओ जल्दी से अब आओ शामा
भव से पार लगाओ शामा
नैना तरसे आस लगाए
रोम रोम में आप समाए
सुनिल सर्मा पितराम सर्मा
करते करुणे पुकार
कनईया आजाओ एक बार
कनईया आजाओ एक बार
ओ जल्दी से अब आओ शामा
भव से पार लगाए