कानारे कानारे तूने लाखों राज रचाए
फिर काहे तूसे और किसी का प्यार ना देखा जाए
सूनी जिन्दगानी मजबूर है जवानी
कैसे तूफा में लाकर छोड़ा रे
पूर्णारे
सूनी जिन्दगानी मजबूर है जवानी
कैसे तूफा में लाकर छोड़ा रे
प्यार मेरा लूटा संसार मेरा लूटा
तूटा दिल तूने क्यों फिर तोड़ा रे
छिन गए
प्यार मेरा लूटा
प्रित मेरी देख ले रित तेरी शामारे तूने जलते दीप बुझाए
कानारे कानारे
देनी थी जुदाई तो प्रित क्यों बनाई
तूने कैसी एकी मन मानी रे
देनी थी जुदाई तो प्रित क्यों बनाई
देनी थी जुदाई तो प्रित क्यों बनाई
ले नाम तेरा तू प्रेमी कैसा प्रेमियों को तड़पाए
कानारे कानारे तूने लाखों रास रचाए
फिर काहे तो से और किसी
का प्यार ना देखा जाए
कानारे कानारे