मैं तो सावली सूरत देखके कानहा का दिवाना हो गया
मैं तो सावली सूरत देखके कानहा का दिवाना हो गया
मन मोहक छवीन रेखके कानहा का दिवाना हो गया
मैं तो सावली सूरत देखके
काना का दिवाना हो गया
पहचान मोहन का क्या कहना
मुसिकान मोहन का क्या कहना
एक बार गया बिंदावन में
फिर आना जाना हो गया
मैं तो सावली
सुरत देखिके
काना का दिवाना हो गया
मोहन ही मेरे सरिकार है
मोहन ही मेरे सरिकार है
मोहन ही मेरे सरिकार है
मोहन ही मेरे सरिकार है
ऐसी भगती लगन है लागी मुझे को
काना भगती में खो गया
मैं तो सावली सुरत देखिके का
मोहन ही मेरे सरिकार है लागी मुझे को
काना भगती मेरे सरिकार है लागी मुझे को
काना भगती मेरे सरिकार है लागी मुझे को
मैं तो सावली सुरत देखिके का
काना का दिवाना हो गया