सुर्खी पो डर
लाने फुल गई
वाल विसिर दे
वाने फुल गई
शगना वालिया बंगा बाचों तोड़ दी रहिंदी ये
कन्दानालों
सुनेयां मिटी पोड़ दी रहिंदी ये
जद दी सुनेयां कली होवे नुकरां दे नाल लग लग रोवे
वो वाल ले में लग ले,
कन्दानालों सुनेयां मिटी पोड़ दी रहिंदी ये
ہو گیا ہو گیا
नमीया यारीया रास नयाया अखाँचो पाणी दिन ते राती रोड़दी रहिंदी ये
गंदा नालों सुनेया मिटी पोड़दी रहिंदी ये
पागला वांगर आज कल कूखे
सोचानदीया पिंगा चूटे पागला वांगर आज कल
कूखे अपने आपनों कपड़े वागन छोड़दी रहिंदी ये
गंदा नालों सुनेया मिटी पोड़दी रहिंदी ये
प्यार पी गाल भी खुल गई
जब उसके प्यार पी गाल भी खुल गई
वाल भी सिर दे वाने भूल गई
सुर्ती पोड़र
लाने भूल गई
वाल भी सिर दे
वाने भूल गई
शगना वालिया वंगा बाचों पोड़दी रहिंदी ये
कन्दा नालों सुनेया मिटी पोड़दी रहिंदी ये