सिव धरती पाताल में
आसमान में ओम
तीन लोक हर चीज में
खड़ कर में तुम
बसने वाले कंट बसो केलास पती
बस जाओ भोलेनाथ जी
नाम तुम्हारा भजदे भजदे बन जाए जीवन की गती
बन जाए जीवन की गती बस जाओ भोलेनाथ जी
सीस पर सेवे रूप में बसीए
कानों में के दारणात
नेनों में नन्दी श्वर बंबं
नाक पर नत राजन नात
कल कल में तुम बसने वाले कानों में के दारणात
नेनों में बसने वाले कंठ बसो के लास पती कंठ बसो के लास पती
बस जाओ भोलेनाथ जी बस जाओ भोलेनाथ जी
होटो पर हो हर हर संभू दाटो पर देविश्वर आप
जिभ्या पर जो तिरे लिंग पावन मस्तक बसे महेश्वर आप
कल कल में तुम बसने वाले कंठ बसो के लास पती
बस जाओ भोलेनाथ जी
गले बसो गोरी शंकर जी मुक में तो महा कालिश्वर
बाबा वैजिनाथ बाहों में बसो गदेली गंगाधर
कल कल में तुम बसने वाले कंठ बसो के लास पती
कंठ बसो के लास पती बस जाओ भोलेनाथ जी
सोमनात सीने में रहिए हिरदे में हर हर महा देव
पेट में बस पिनाक धारी ना भी निरंजन संजो सदेव
कल कल में तुम बसने वाले कंठ बसो के लास पती
कंठ बसो के लास पती बस जाओ
भोलेनाथ जी
नम कमारा भज़ते भज़ते बन जाए जीवन की गती बस जाओ
भोलेनाथ जी
बस जाओ भोलेनाथ जी
बस जाओ
भोलेनाथ जी