असी रोही इन्नाले हुण हंजू नहीं डूलदा
मैं रबनू पल जाना पर तेनू नहीं पलदा
पता हुणदे होई के तू ओदी होणा नहीं
पर बनदा यजवी तेरा करदा ये
रोज सवेरे उठखडड़दा यो कमळाजा
जूतेनू चेते करकर रोज रातनू मरदा ये
रोज सवेरे उठखड़दा यो कमळाजा
जूतेनू चेते करकर रोज रातनू मरदा ये
उज बोल के दसदा नी दुख सेण लगपे आए
मैफल विट गौनवडा चुप रेन लगपे आए
रब समझ के बहगया सी तेनू ता
नहीं ता ये ना कहोन किसे दा करदा ये
रोज सवेरे उठखड़दा यो कमळाजा
जूतेनू चेते करकर रोज रातनू मरदा ये
रोज सवेरे उठखड़दा यो कमळाजा
जूतेनू चेते करकर रोज रातनू मरदा ये
साली रात बीच दीनी दिन लंगई जानदा ये
समानाल बिताया जो मेन वड़वड़ खानदा ये
हो साडे वरगे सदेआंदी जद रब सुनदा
फिर तेरे वरगां हाथ जोड़के खड़दा ये
रोज स्वेरे उठखड़दा यो कमळाजा
जूतेनू चेते करकर रोज रातनू मरदा ये
जो तू मेरी मैं तेरा सी जंदगी बड़ी कमाल हुंदी सी
पेंड मंड़ और चताने वजणे के थे आज ओ नाल हूंदी सी
गीत लिखे फिर कलम शैबी दी आपेरी या तेरी दा बदल जद कुई वरदा ये
रोज स्वेरे उठखड़दा यो कमळाजा जूतेनू चेते करकर रोज रातनू मरदा ये
लब कहनेंदे के माडी आओ पार मेरे मूहों हा नावें
मैं मकरँंता मैं मरझाँ जे तू मकरेंता मैंनू सान आवें
जि तू मकरेंता मैंनु सान आवें