अगे कोहल पित हो जाना अब हम पारेंदिन भोरे माथा पांचर न धारेंशास शासर हम फेदे पहंचे शासानबह दे दगा भी हम कैओ से न भारेंपहक दे दाजी वाम और धाराक जाता राजजीआरे हम न पहियरब शीलक वाली सड़ियाकमारीया सहसो रक जाता राजजीआरे हम न पहियरब शीलक वाली सड़ियाकमो धिया सहसा हो रोक जाता राजा जीसुरु से रोल ना बाने गाउंदे हात मेंडालो ना हमके राजा ओहि सन हलात मेंआरे रोहिया में चली लेता सड़ा के अचरियादेवा राबे हाया रोज मादेला नजरियाएही डोरे उखिया मोद ख़़ा रोक जाता राजा जीआरे हम ना पही रोग सिलक वाली सोडियाकमो धिया सहसा हो रोकरोक जाता राजा जी अरे हम ना पहराबू सिल्क वाली सोडिया कमधिया से सह रोक जाता राजा जीजाके बजारे ले आवा सुट सालवाद होसाड़ी पहिरे में तूटे दिह को पहाड होआदे रोसन दी सवास रिते ते खोड़ेनाफितम के उनके में हर बला लुक चाही हमकेकहते तहर रुमा कहें ज़राक जाता राजा जीअरे हम ना पहराबू सिल्क वाली सोडिया कमधिया से सह रोक जाता राजा जीअरे हम ना पहराबू सिल्क वाली सोडिया कमधिया से सह रोक जाता राजा जीसहोदा उख जाता जा जा जी