एसोईया राटवला सेज के लड़ोहिया में
चोट देले बड़ा गोहीरा तुखोईया में
लुख बुझी ये गोखाई भालाईधी
देला तुही दरवत के दबाईधी
एराज़ा पतता कमरीया दबाईधी
नात चोटा का देवर के बुलाईधी
काहे ना के लोजा
एहो लेके मज़ा सजा देलो बिजोड हो
हतवा के चूड़ी पूरा देलो तुफोर हो
सुना अब होई नहीं होवाला काम राज़ा जी
करा कुछ दिन अब तुखाराम राज़ा जी
नात डाकटर से सुई लगवाईधी
देलो तुही दरता के दवाईधी
राज़ा पतता कमरीया दबाईधी
नात चोटा का देवर के बुलाईधी
राज़ा पतटा
कमरीया दबाईधी
अपना में हर्यापो करता निदाया,
दिपक दिवान जोनी बूझो पराया
दरद हो ख़ता वे सुन भरी आर राजाजी,
कबो करी होना योई सन प्यार राजाजी
कृष्णा कुमार काने मलहं लगाई दिही, लगाई दिही
देला तूझी दरद के दबाई दिही, ए
राजाबत तक ऊमरिया दबाई दिही,
या तो छोटा का बिवार के बुलाई दिही,
ए राजाबत तक ऊमरिया दबाई दिही