पुल काली कबली वाले की, पुल बंसी वाले की
पुल काली कबली वाले की, पुल बंसी वाले की
वापा खोडी वाला रे, कलियुग का अवतारी मोहन, वापा खोडी वाला रे
सब की धीर धरण वाला, तेरी सुधले गानन्द लाला रे
कलियुग का अवतारी मोहन, वापा खोडी वाला रे
अरे फिरे भटकता इधर उधर तू धक्के खाता डोल रहा
उप हास बना तेरी जिन्दगी काना दो पैसे का मोल रहा
उप हास बना तेरी जिन्दगी काना दो पैसे का मोल रहा
रसले इस क्यों गोड रहा तेरा खुल जा धटका ताड़ा रे
कलियुग का अवतारी मोहन बापा घोड़ी वाला रे
तु करे बुराई ओरों की कते भजन की माला फेरी ना
तु करे बुराई ओरों की कते भजन की माला फेरी ना
जिस माया के पाछ है पढ़ रहा यू तेरी और मेरी ना
नादान करें अब तेरी ना वो तो सब का ही रखवाडा रे
कल युग का हवतारी मोहन बापा खोड़ी वाडा रे
कल युग का हवतारी मोहन बापा खोड़ी वाडा रे
अरे बड़े बड़े हो चले गए फिर आखिर काम यही आवे
जब जब इनका नाम जपैते रे सारे संकत कट जावे
जब जब इनका नाम जपैते रे सारे संकत कट जावे
पूवत ना इनको बिस्रा वे
तू मत ना इनको बिसरा वे कुछ कर ले रे क्या न उजाडा रे
कड़ी उग का अवतारी मोहन बापा खोड़ी वाडा रे
जन्म सफल हो जावेगा तिरा काड़ी खोड़ी जाने से
जन्म सफल हो जावेगा
जन्म सफल हो जावेगा
जन्म सफल हो जावेगा
जन्म सफल हो जावेगा तिरा काड़ी खोड़ी जाने से
जन्म सफल हो जावेगा तिरा काड़ी खोड़ी जाने से
जन्म सफल हो जावेगा तिरा काड़ी खोड़ी जाने से