बोल बाबा मोहनराम की जैहो
बोल सच्चे दर्बार की जैहो
अरे काली खोडी में बाबा
बस मोहनराम निराले रहे
एक नहीं अनगिन भगतों के बिगरे काम समाले रहे
पाली खोडी में बाबा बस मोहनराम निराले रहे
एक ब्रह्मन था नन्णो बाला जिसको कला दिखाई रहे
बाला बनके नन्णो के मोहन ने गाए चराई रहे कभी बनी थी किशन कनाई
अले बन जा संत निराले रहे एक नहीं अनगिन भगतों के बिगरे काम समाले रहे
जग में रमेने वाले रहे एक नहीं अनगिन भगतों के बिगरे काम समाले रहे
सची पीत निभाई रहे
तोटे में जब गिरा सुदाम सची पीत निभाई रहे दो पत जब रो रो डकराई
भाईया लाज बचाने रहे एक नहीं अनगिन भगतों के बिगरे काम समाले रहे
सच्यायिल के हरी समावी उस मोहन प्यारे की है
जिसकी किरपा से रहती रोनक चन्दा तारे की रहे
वेटो भाटी बारे की रहे लेसुर में यो गाले रहे
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật