खाले न खाना साखी बाडे मुरा जाई जाता बदन उलकर दिनो दिन सुखाईऔर यी का होताखाले न खाना साखी बाडे मुरा जाई जाता बदन उलकर दिनो दिन सुखाईऔर गोई ले काम आये जब सभार सभार होरे बहर सभार होजब हम जनती लागी पिया के नाजारतभेजो दिला गाई के काजारआहे भेजो दिला कोई के काजारबतीहोना कावरेले और सजीओना चाद्हेलेएकता छाऊमा से याई दूरे राहेलेआहे एकता छाऊमा से याई दूरे राहेलेबतीḥोना कावरेले सजीओना चाध्याओएकता छाऊमा से याई दूरे राहेलेलागव धक लागquinhoins महर के लावारु सहर के लमथ रह।जब हाँ वाजनती लागी पिया के नाज़ो रह।ता भेजाती लगाई के काजार हो।राहे जुलाफी झार के पाउड़ान सेड़ा मार केमनवा मोहाला साखी चुमती उन करगाल केराहे जुलाफी झार के पाउड़ान सेड़ा मार केमनवा मोहाला साखी चुमती उन करगाल केमनवा मोहाला साखी चुमती उन करगाल के