मारी मुसुक्या
मुसुक्या दब माथे आजराव कोई नीन
तो सोईया हो बईले थीदादब हमका जराव कोई नीन
माधी बारतनमा तो कोमरीया देखेले
जुलूमी नजरीया से नजरीया शेकेले
अरे गोपल नसो धावा से होटल चाहेले
चोबित धंता साथे हमरा सप पर चाहेले
अरे सिलबी टुंटुं के पाते गुल जराव भैलेन है