।।। कैसी ये देर लगाई हैं दुर्गें। हैमाथ मेरी, हैमाथ मेरी। कैसी ये देर लगाई हैं दुर्गें। हैमाथ मेरी, हैमाथ मेरी। कैसी ये देर लगाई हैं दुर्गें। हैमाथ मेरी, हैमाथ मेरी। कैसी ये देर लगाई हैं दुर्गेंभमसागन में गिरा पड़ा हूँ, कामादि ग्रह में गिरा पड़ा हूँभमसागन में गिरा पड़ा हूँ, कामादि ग्रह में गिरा पड़ा हूँ, मुहादि जाल में चक्डा पड़ा हूँखेमाद मेरी, खेमाद मेरी, कैसी ये देर लगाई है दुर्गेखेमाद मेरी, खेमाद मेरीना मुझमे बल है ना मुझमे विद्या ना मुझमे भक्ती ना मुझमे शक्तीशरण तुम्हारी गिरा पड़ा हूँ हे मात मेरी हे मात मेरीकैसी ये देर लगाई है तुरके हे मात मेरी हे मात मेरीना कोई मेरा कुटुम्ब साथी नाही मेरा शरीर साथीचरण कमल को नापा बनाकर मैं पार हूँदा फुशी मनाकरयम्दूतों को मार भगाकर हे मात मेरीहे मात मेरी आप ही उबारो पकड के बाहीहे मात मेरी हे मात मेरीसदा ही तेरे गुणों को गाऊँसदा ही तेरे गुणों को गाऊँमित प्रति तेरे स्वरूप को ध्याऊँ, सदा ही तेरे गुणों को गाऊँ, मित प्रति तेरे गुणों को गाऊँ, हे मात मेरी, हे मात मेरी,वैसी ये देर लगाई है दुर्गे, हे मात मेरी, हे मात मेरी,ना मैं किसी का, ना कोई मेरा, चारा है चारा,ओर अन्देरा, बकड के जोती दिखा दो नस्ता, हे मात मेरी, हे मात मेरी,वैसी ये देर लगाई है दुर्गे, हे मात मेरी,हे मात मेरी,चरण पड़े हैं हम तुम्हारी करो ये नया पार हमारी,चरण पड़े हैं हम तुम्हारी करो ये नया पार हमारी,चरण पड़े हैं हम तुम्हारी करो ये नया पार हमारी,अपार हमारी कैसी ये देर लगाई है दुर्गे हेमात मेरीकैसी ये देर लगाई है दुर्गे हेमात मेरीकैसी ये देर लगाई है दुर्गे हेमात मेरीकैसी ये देर लगाई है दुर्गे हेमात मेरीकैसी ये देर लगाई है दुर्गे हेमात मेरीकैसी ये देर लगाई है दुर्गे हेमात मेरीकैसी ये देर लगाई है दुर्गे हेमात मेरीहेवात मेरी