फलक पे चल रहे दिल जिधर उधर ही चल मिले दिल जिधर
फलक पे चल रहे दिल जिधर उधर ही चल मिले दिल जिधर
तू सहता चल तू बहता चल तू चलता चल
कहें दिल जिधर
सितारे जानते हो क्यों भला ये तिम थिमाते हैं
ये रभ की चाकरी में तेरे घर पे रोज आते हैं
ये सारे आसमानों से मुकदर ले के आते हैं
तू दिल के तार की दल्मार का एक पार कर देगा
तू इस मिट्टी के दुश्मन का मुकदर हार कर देगा
मुहबबट से ही दिफरत का सर बेकार कर देगा
तू दिल की मान ले दिल ही तुझे मुखतार कर देगा
ये दिल जो बाखबर है ये दिल ही मोतबर है
ये रब का नूर भी है, रहमत का भी आसर है
ये दिल ही राहबर है दिւल में ही हर गुजर है
दिल का ही ये सफर है, दिल रब का ही तुघर है
तु उड़ता चल, तु बड़ता चल, तु चालता चल
कहें दिल जिदर वह दिल के ताड की धल्वार का
कहें दिल जिदर लूरस मिट्टी के दुझव fright का
कहाँ कहें दिल जीरा मुहपत से घीतफ्रं का
कहें दिल जिदर वह दिल की वाड़ के तुझ camouflage चल
रहें दिल जिदर उधर ही चल
पलक पे जल रहें दिल जिदर उधर ही चल
कहें दिल जिदर