कहां हो अबाज
अब तो आओ
हुसेन तुमको
बुला रहे हैं
हुसेन तुमको
बुला रहे हैं
हुसेन कड़ी अल जवां का लाशा
ना जाने कैसे उठा रहे हैं
हुसेन तुमको बुला रहे हैं
हुसेन तुमको बुला रहे हैं
हुसेन तुमको बुला रहे हैं
तुम्हें खबर भी है किस तरह से
हुसेन लाश जवां पे पहुचे
तुमारे घम में कमर जुकी है अंधेरे आँखों में चा रहे हैं
हुसेन कड़ी अल जवां का लाशा
ना जाने कैसे उठा रहे हैं
वो देखो बेटा तडब रहा है और हाथ सीने के यूँ धरा है
जैसे कोई जखम गहरा जिसे पिदर से तुपा
रहे हैं
हुसेन कड़ी अल जवां का लाशा
ना जाने कैसे उठा रहे हैं
ना तो भती जा ना तो बरादर ना कोई मुनिस ना कोई आवर
हुसेन कड़ी अल जवां का लाशा
हुसेन कड़ी अल जवां का लाशा
ना जाने कैसे उठा रहे हैं
हुसेन जखमी है दिल में गम है बगर ये मौला तेरा ही गम है
गमों से तूटी हुई कमर पे इसर का लाशा उठा रहे हैं
हुसेन कड़ी अल जवां का लाशा
ना जाने कैसे उठा रहे हैं
ना जाने कैसे उठा रहे हैं
तहां है ऐयूब आके देखे
इसर का लाशा उठा के देखे
ये तो जिगर था उसेन ही का
लाश अकबर उठा रहे हैं
हुसेन कड़ी अल जवां का लाशा
हुसेन कड़ी अल जवां का लाशा
ना जाने कैसे उठा रहे हैं
ना जाने कैसे उठा रहे हैं
अलाल मेरे ये मेरे दिल बर मोहिब तुमारा है नाम जाफ़र
अलाल मेरे ये मेरे दिल बर मोहिब तुमारा है नाम जाफ़र
मोहिब तुमारा है नाम जाफ़र लिखा है इसने ये मेरा लौहा
जिसे मुनवर सुना रहे हैं
होसेन कडी अल जवां का लाशा
ना जान कैसे उठा रहे हैं