कच्चा घड़ा है
नाजब बड़ा है
कच्चा घड़ा है नाजब बड़ा है जटके से जाए नाफुट
कही जटके से जाए नफुट
जरह धीरे से होले से उठ मेरी रणी धीरे से होले से उठ
जड़ा धीरे से होले से उठ मेरी राणी
कच्चा घड़ा है,
नाजुब बड़ा है
घट्के से जाये ना फूट
जड़ा धीरे से होले से उठ मेरी राणी
लो सारी गब, जलूलw
ये तेरी सक्हिया करती है बाते तेरी कटे ना पिया बिन राते
सप्नों में आ मेरे दिल में समा मुझे ना तडपा तू यूझी आते जाते
आजा मेरी ज़वानी तू लुट मेरी राणी धीरे से होले से उठ
पसके पकड़ ले नीचे से धर ले गुटने पे रख और तू अपने सर ले
जाये तेरी कमरिया ना तूट
मेरी राणी धीरे से होले से उठ
पनगट पे आना मुझको सताना
अपनी सहेली को देती है ताना
कभी इधर की कभी उधर की छुप- छुप कै सारे बातें बताना
पनगट पे आना मुझको सताना
। अपनि सहेली को देती है ताना
कभी इधर की कभी उधर की
छुप-छुप कै सारे बातें बताना
काहे बोले हैं सब से तु जुट
मेरी राणी धीरे से होले से उठ
कच्चा घड़ा है नाजुक बड़ा है
घटके से जाये ना फुट
जड़ा धीरे से होले से उठ मेरी राणी धीरे से होले से उठ
जड़ा धीरे से होले से उठ मेरी राणी धीरे से होले से उठ