कभी खिली दिल की कली गंग की कभी हवा चलीकभी तिजां कभी है बहार यही तो है दुनिया यही है संतारकोई नहीं छोटा यहां कोई नहीं पड़ा यहांकिसमत का क्या एदबार यही तो है दुनियायही है संतारकोई नहीं छोटा यहां कोई नहीं पड़ा यहांकि लगाई थी इज लिशि देखिएओलगाई थी इज लिशि देखिएओदिल में उनसे जब जब नजरे मिली कितनी ही बातें चाहा कहना लेकिन दुबान खुलीदिल में तुपा रहा दिल का प्यार यही तो है दुनिया यही है संतारकोई नहीं छोटा यहाँ कोई नहीं पड़ा यहाँबतें दिल में अर्माँ इतने जिन का हिसाब नहींपूरे होंगे इनमेंकितनेकितने कोई जवाब नहीं पूरे होंगे इन में कितने कोई जवाब नहीं एक है दिल सपने हजारयही तो है दुनिया यही है संतार कोई नहीं छोटा यहाँ कोई नहीं पड़ा यहाँजीवन की लंबी लंबी राही ले जाएंगी कहातल तके की जुदाई भिर भी आशाय है जवाबतल तके की जुदाई भिर भी आशाय है जवाबमिलन की आरजु बल्करार यही तो है दुनिया यही है संतारकोई नहीं छोटा यहां कोई नहीं बड़ा यहां