कब तक बोलो
कब तक बोलो छुपा रहेगा
हम दोनों सा प्यार
कब तक बोलो
नैनों से जब नैन मिले हैं
दिल से मिला है दिल
फिर तू
दूर कहां अब तुम ही बोलो, सपनों की मन्दिल, सपनों की मन्दिल, महक रही है, महक रही है,
एर्ज हमारी जीवन की फुन्वाऽ कहो चीसम् सोनो वाप्ता, सब सब बोलो,
सुम दूर खाई, सुम दूर खाई, मुष्काते जो सुम पाक नहीं हो, आते जो, सुम पाक नहीं हो, आते जो,
इतने दिल तक ओर चलेगा, इतने दिल तक,
और चलेगा आपसका इन्कार, पखोशी हम तो ना कापा, जब तक बोलो
भी चादनी राप नोदी, खिली चादनी
एक बार तो तले लगा लो, अध कर कर लो बास
अध कर कर लो बास, कब से मेरी, कब से मेरी
भी चादनी राप नोदी, खिली चादनी
मत जमानी करती तुम्हें सकार, पखोशी हम तो ना कापा
जब तक बोलो, जब तक बोलो
छुपा रहे जा हम दोनों का प्यार, पखोशी हम तो ना कापा
जब तक बोलो