ये भाईया,
आज कै याधम जीव के एक थे सुझावा
कहना बाकि ये मानो
ये तन,
ये जवानी,
आई साथ सिंगार हमेशाब बरकरार रहीन
चार दिन के चादनी बा,
एक दिन ये जवानी ढहल जाई
संत रूपी देवर,
आई जीवात्मा रूपी भावुजी के अपने संजावद बा
का संजावद बा भाईया विजए?
ये संजावद बा
गोर गोर गालाव पे चमके गोधानावा
पोठाव के लाली चूम,
जुमका जुलालीया
का बले रही ये भाव्जी, बावुजी चूम, जुलालीया
का बले रहाई ये भाव्जी, बावुजी चूम,
जुलालीया
का बले रहाई ये भाव्जी, बावुजी चूम,
जुलालीया
पूरी
जुलमी जवानीया