उपर के दर सलकारा देले बाडू
सजो में मोन पागला देले बाडू
उपर के दर सलकारा देले बाडू
सजो में मोन पागला देले बाडू
धोड़ी लगेला तो हर मौँ
एहे गोरिया कौब देहे बुहाऊ
एहे गोरिया कौब देहे बुहाऊ
देहे गोरिया कौब देहे बुहाऊ
कौब देहे बुहाऊ
ना गिने जयी सो नपातर कामरिया
उठावा लगता जहरी हो
काटिल का जड़ावा तो हर गोरी
देली पठा होता कहार हो
ना गिने जयी सो नपातर कामरिया
उठावा लगता जहरी हो
लगता जो हो रहो का दिल का जड़ावा तो हर ये गोरी
दिल पढ़ा हो ता कोह रहो मरता जान तो हर भाऊं हो
एहे गोरिया कौब देख बुहाऊं हो
एहे गोरिया कौब देख बुहाऊं हो
बता दो ओओ ओओ बता दो ओओ
मुझी पाई मन्टु मणी
एहे गोरिया
बड़ु बड़ांड नचनिया ये बूची
अइलु फरम बंगाल से
दिपक मासुम भौईल बापगायल
सदिके तो रागालिसे
बड़ु बड़ांड
बड़ा डू न चनिया ये बूछी आईल बाड़ू बंगाल से
संधिव साजने भाईल बाखायो सतते तोड़ा गाल से
सुगम चाहता कुछ रूआऊ हो
एहे गोरिया कब देहे बुहाऊ हो
एहे गोरिया कब देहे बुहाऊ हो