बोली सार्धास
नीरास जणी करो जल्दी से बेटवा के तु आंगाना में पउआ धरो
उल्लबेश गली-गली गाँ के सज़ावतानी
कभवै बुमाई हम तोखे बोलावतानी
कभवै बुमाई हम
तोखे बोलावतानी
बोलोने तूर थवाया पन्रो कलू कवना बनवा
हो थोताई चकनाचूर येने सुरज के सापनवा हो
नतिया के धार जैसे लोर पभवावतानी कभवै बुमाई हम तोखे बोलावतानी
कभवै बुमाई हम तोखे बोलावतानी