हलिया
खलिया के
के उनाईखे टकर में
हवी भीहर के नबान योडि होवी इसान हो
ग़रीब खातिर हमेशा क्षाण रहले
सुना
सबके समस्या के भईया करेले निदान हो
बढ़हल जाता भी रुजगार हो
डूबल जाता भीहर हो
इहे पार करे नईया के
जोडा नाईखे तेज़ु भाईया के
दिलावा के राजा हो
जानता लाहरा तम्राखेले भाईया खुलाता राजा हो
दिवराज मसुरी रितेस हो
सारा जाने परदेस हो
लब्यू बिया लब्यू