जीयारा चकोर भैल सजनी
आब जीयारा चकोर भैल सजनी
हारे स्वाति शाम गैल कवनी महर हो
जीयारा चकोर भैल सजनी
स्वाति शाम गैल कवनी महर हो
यह चरा पहर पितनवर
सवति शम गईल कवनी महर हो जीयारा चकोर भैल सजनी
हो
हो
हो
हो
हो
हो
हो
हो
हो
हो
हो
हो
हो
सजनी गी जीयारा चकोर भैल सजनी
चा
हरे साति शम गईल कवनी महर हो
जीयारा चकोर भैल सजनी
साति शम गईल कवनी महर हो
जीयारा चकोर भैल सजनी
सब
आ, गोपिया, भगवान के बिला मैं दूडल बागी,
सब कदी को भाव होय, कि कहां-कहां खोजलीं.
कि यशुदा के गोडी खोजली जुलता जुलानामा.
इदे कहा,
बोलती नहीं लेकिन,
यम कुछ बात लिखालो तो बोलती हूं.
एकर खाते मुझे छमा करें.
हरे खोजता-खोजता भैल भोर.
आउर कहां कि आउर कहां खोजलीं?
कि गोकुला गोबरधान गॉल मंदली में गैली.
गोकुला गोबरधान गॉल मंदली में गैली.
आरे काडमा कलिंदी कुछ गाली खोड़ी आईली.
ए भीया,
कहा है?
कि श्याम के विरह में बेधे बास कमर सुरीया.
आरे सावन में सुहात नहीं सावनी बदरीया.
कि दियारा चकोर भैले सजन.
आरे सावन में सुहात नहीं सावनी बदरीया.
कि दियारा चकोर भैले सजन.
आरे लोचन समारी कि हम लोर हो.
फिर कहना हो,
कि लाली ता लाली के लाता लाता..
..उपर लारजे.
आरे प्रेम का परा आगया नुराग बनी..
..के बरिसे.
कि दियारा चकोर भैले सजन.
आरे भीजे लागे लहाँगा पतोर.
हो,
दूसरे लाइन के भाव हो.
कि पानी घाटावा पक्खोजाली फोरा..
..पारगागारीया.
कि दियारा चकोर भैले सजन.
आरे माने ना मानाई माना मोर हो.
माने ना मानाई माना मोर हो.
दियारा चकोर भैले सजन.
माने ना मानाई माना मोर हो.
जियारा चकोर भैले सजन.
माने ना मानाई माना मोर हो.
जियारा चकोर भैले सजन.
बहुत.
तो गुरुवर गनेश के हलावी गुरुविहारी.
अपने गुरुविहारी.
अरे बच्चन विमला सूरश्याम का पुजारी.
कि जियारा चकोर भैले सजन.
अरे चंड्रीका मिलना चित चोर हो.
चंड्रीका मिलना चित चोर हो.
जियारा चकोर भैले सजन.
जा.
वैलिया.