क्या तीखा था वेरी
मुझको बता दे तू
हर पल हर लंभा क्यूं ऐसे सताते हो
क्या तीखा था वेरी
मुझको बता दे तू
हर पल हर लंभा क्यूं ऐसे सताते हो
बनता है तू अनजान क्यूं इस्कदर
जैसे वालूम कुछ ना हो तुमको सरम
जिस्मों से शुरू तेरा प्यार
यार हुआ जिस मोहर्य आगे हुआ ये खत्म
हुआ ये खत्म
हुआ ये खत्म
किन्निया राता कटिया सोणिया दिन किने तिरे नाल कटे
जिसमादा मुल पाके सोणिया हर आशिक तू रोज चड़े
किन्निया राता कटिया सोणिया दिन किने तिरे नाल कटे
जिसमादा मुल पाके सोणिया हर आशिक तू रोज चड़े
देखी फिर पच्च तोना मुड मेरे कौन होना तेनू फिर ना मैं छोड़ा कदे मर जानी है
जिस्मों से करते तुम महोबत दिल से करते ना तुम
खुद को समझते तुम खुदा डरते खुदा से ना तुम
बनता है तुम अनजान क्यूं इस कदर जैसे मानू कुछ ना हो तुमको सनम
जिस्मों से शुरू तेरा प्यार हुआ जिस दोंगों
शुरू तेरा प्यार हुआ जिस दोंगों
शुरू तेरा प्यार हुआ जिस दोंगों