अपना जीनगी हे रबर्दोती पराज,
अपना जीनगी हे रबर्दोती पराज,
तरे मने पिल्णा है तुरे
खनबारु माई जे तुधी हलो जर्नमा,
जीना चला बयिलो, दुधावा पियाइलो,
तरे जा कैछे शुकाई परे,
अपने हैलो ना खाना, हमारा के थी अइलो,
चुनिया के तंकटते माई, हमारे के भजाइलो,
जारणिया जबले रोजी, हमारे तांस्टरे माई,
जुनिया छोटी तो छोटी, माई के नहीं छुटाबे,
बादा कर हमसे, माई पप हमसे नरुषाबे,
धखे तोर हाथावा,
कहे तोर बेटावा, जिनगी फर तहलाई बरे, माई रे,