कुछ गईल कुछ हो जाता
कुछ जाएवाला भाँ
खारजीनगी के फिलि मोराएवाला भाँ
कुछ गईल कुछ हो जाता
कुछ जाएवाला भाँ
यही धोखा में आकिल हेरा गईल हो
बहुते खास होई
भलही कुछ देर रोई
तहर देही आस उहो आपकुताएवाला भाँ
का बेटा का नारी
सब मिलके दी है गारी भरल फाड में के भूजो ना चिटाएवाला भाँ
कुछ गईल कुछ हो जाता
कुछ जाएवाला भाँ
तहर जीनगी के फिर लिमोराएवाला भाँ