आँचु हरादी लगात बाठे खिलाल वंगना
गुर-गुर कलाई में धियाके खोणकी हो कंगना
दोर भैलो हत होये कौनो बाद
कोच्छलो नाही छोन दिहनो साँ
भैली दिवाना जाना फसके एक बार तो कही मैं
भैली दिवाना जाना फसके एक बार तो कही मैं
जिनदगी गुझर गये तहरा के कुछ राखहें
ए जान तहरा के कुछ राखहें
तहरा के जान जनली
जनवों से जादा
अचके मैं तोड़ दिहलो इन सब वादा
अखियां से दोर भैलो
आखमोने फिर तो कही मैं
जिन्दगी गुज़र गये तहरा के खुस राखहे मैं
तहरा के खुस राखहे मैं
ए जान तहरा के खुस राखहे मैं
दिपाक रीसो के तोलेली अलु जान हो पिन्टो के बुजलो काहे जन जनवों
दिलता दिवाना रहे खाली एक बार जा कही मैं
जलो काहे जन मे जन हो
दिलता दिवाना रहे खाली एक बार जा कही मैं
है तहरा के खुस राखहीन ए जान
तहरा के खुस राखहीन