अलाक निरंजन जैहो जैहो जैहो जैहो बाबा गुर्गोरकनाग
अरे बाबा
आवा आवा बैठा बड़ा दिन के बाद हीला बाबा
हाँ बच्छवा बड़ा दिन के बाद तो लोटली है ये गाओ में
आज याद आगई लोटली है ये गाओ में फेरा डाल ले ही
आवा बाबा तने बैठा
कुछ ग्यान के बाद तने बतावा बाबा बहुत बड़ी हैं गित सुनावाल बाबा तने
कुछ गाए के बतावा ए बच्छवा हाँ बाबा अगर सोचा तई जिन्दगी बड़ा अनमोल �
अरे बाबा इका कथ हुआ सुनावच हुआ
काल जब आयाई बाबु
जिन्दगी आचार दिन के
जैवा दिना गिन के
गहोटे लागेला इहे सत्य बाब अ दूसरी बात इनसान लाख चतुराई करें
भी दिकले फेनी मेट न जाई सही कत्वा बाबा एक आउर
अनमोल बाद सुनवा लाख चतुराई करबा चौलीना बहाना
एह हीरा
लाख चतुराई करबा लकिन जोना दिने लिखा
लोगे वो दिन तो के जाए कोई कोई रोक न पाई
लकिन दुनिया के गहोंड हो जला
हमरे त गाड़ी है घोडा है बंगला है
कौनो चीज इनसान के कामे नहीं आवेला
न यहीं जे छोड़ के चल जा लाख
एही से कहराल भाई जोगिया का बचन बाग
लाख चतुराई करबा
चौलीना बहाना कामे नहीं आई तोहर कवनो खजाना
थूळड़मियालcare कानगरि
इस जोगी हमेशा कुछ ज्यान का बात बतावेल है।
आखरी हमार बचन सुनला।
इन माया के बजार है।
यही माया के बजार में जीव। जन्तु हम आप।
सब यहें में रुजाईल बाँ।
लेकिन इस सत्य बाँ।
कि ये धारती पर जवन चीज खड़ा है।
उके एक दिन नस्ठ होना ज़रूरी बाँ।
एक दिन उन नस्ठ हो जाए।
पेड़ हो, पव्धा हो,
मकान हो। सब नस्ठ हो जाए।
यही लिए बच्वा
ये जोगिया कहेगो आग्रा और निवेदन बिन्ती बाँ।
बोला बाबा। सुना।
मोह माया छोड़ा हो जाए प्रभू में मगान हो।
एवच्छवा,
हम सबकर मालिक, पिता परमेशर हूँ बभुआ,
जवना दिन उनकर पाती आ जाए,
जाए के जरूर बन जाए।
राजा हो, रंक हो, फकीर हो,
सबके जाए के पड़ें।
यही से हमारा ग्रह बाँ।
मोह माया छोड़ा हो जाए प्रभू में मगान
हो। सत्गुर्भार करें काराऊ न करभाजान हो।
मुद्रिका भी बेक के हूँ,
मुद्रिका भी बेक के हूँ,
रोकी नाई चीन के,
जिनगी आचार दीन के,
जैबाध नवागीन के।
अच्छा बच्चा हमारा शमय हो गळ,
दूसर दुआर जाये के बाद,
भिच्चा देदा बच्चवां।
ठीक बाबा,
ला लेकिन बहुत बढ़ियान ग्यान के बाद बतूला बाबा।
जैहो, जैहो, जैहो।
भवप्राम।
पूर्छ सदहाव।