जीचा मेरे ब्याँ मैं के देगा, के देगा तू के देगा
जीचा मेरे ब्याँ मैं के देगा, के देगा तू के देगा
सोने का तू लिया दे जीचा हार, जब जानूगी सचा से तेरा प्यार
एक गुठी लूँ, भर मूठी दूँ, एक कोका भी, सैमो का भी, रह मैं करता कोई फेकर कोई, रमन तेरी बाहन का तर कोई
जीचा मेरे ब्याँ मैं के देगा, के देगा तू के देगा
एक दरजन सिलवा दे जीचा सूट, कई छोड़ी सैंडल, कई छोड़ी बूट
कित साड़ी हो, ना माड़ी हो, लाशाल भी, तू ताल भी, तन देखा मेरा चिकर कोई, रमन तेरी बाहन का तर कोई
जीचा मेरे ब्याँ मैं के देगा, के देगा तू के देगा
बहु अकबर पुर साली मेरा काम, दीप बलहारा प्यारी मेरा नाम
करूँ खाट मैं, दिखूं बाट मैं, सूसमाट मैं, नांगाट मैं, ले आया आई बसबर कोई, रमन तेरी बाहन का तर कोई
जीचा मेरे ब्याँ मैं के देगा, के देगा तू के देगा