जीजा जी आयूं ससुराडी जी लेही के तोहे चवाले गाड़ी जी
जीजा जी आयूं ससुराडी जी लेही के तोहे चवाले गाड़ी जी
कोहिले बात साथी से मेला घूमल जाई आब बैठी के या पाची से
डिजी बिकास रिगास सितबल
एक लागना में होई जाई साधी जी जाहा मरके मेला घूमल दी
पाठे कोहिये से मना वामे सदधा दुर्गा महिया के दर्शन करा दी
इलागाना में होई जाई साधी
जीजा हमारा के मेला घुमाती
दिलावा के बात सब को हीले
सोची एक गुड़ा आमें राहीले
बताओ ले बानी जाती से
मेला घुमल जाई
आब ऐठी के या पाची से
मेला चोलल जाई
आ बैठी के या पाची से
मेला चोलल जाई
आब ऐठी के या पाची से
गाश, डिगाश, �ледिगाश, सितवल
जो नी खेल को रिंपाती
अप हमारो जे मान पड़ा होला संगे कोई दी जा चौमिंग छोला
जने खेल कोरें पतिया भुलाके मेला घूम जाही अंगुरी धराके
दी दिया भाईल दिया राजी जी एही भागे मार दी ना पाजी जी
डी जे पासंगे नाची के मेला घूम जाही आप बैठी के आपाजी से
मेला जोलल जाही आप बैठी के आपाजी से
मेला जोलल जाही आप बैठी के आप बैठी के आपाजी से
बाती और जही ताने बिस्सेस
मही ये शिला कल पापी रिधिया हो
सतुमी के कॉइल चाही और अतिया हो
कि आइबिया राजी से
मेला घूम जाही आब बैठी के आपाजी से
मेला घूम जाही आब बैठी के आपाजी से
इस सीडियो चंडाओली