दिल्ली मस्चित दिल्ली काबा दिल्ली विच्च वस्दासन।
लख गुना तू करले बन्देया पर दिल्ली न किसेदा टाइम।
जिड़े तोड़ देने दिल्ली बरबाद होनगे।
अजि किसेनू रुआया कल।
जिड़े तोड़ देने दिल्ली बरबाद होनगे।
अजि किसेन।
अजि किसेन।
अजि किसेन।
अजि किसेन।
लख गुना तू करले बन्देया पर दिल्ली बरबाद होनगे।
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जिड़े तोड़े दिल्ली बरबाद होनगे।
अजि किसेन।
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आया कल आप रूँदे खेड़ तोड़ देने दूज़ बैड़ बाड़ हूँदो
ओ खले नगनो लो जैरी पंदे आज काली दे
थिनें अपने भुनवाँ वाले दाग तोड़ दे
जैड़ तोड़ देने दूज़ बैड़ बाड़ हूँदो
आज किसेमो र合ाया कल आप रूँदो
जैड़ तोड़ देने दूज़ बैड़ बाड़ हूँदो
ये चयर के बाद जैनने तमझ रोषकार
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ
तू जिना कोलो, सैकुखोण्गे, ओ बंगे सैकुखोण்गे, फिड तोड़ देने दिन बर्बाद होंगे, अज किसेनू रोघाया काल आप रोंगे।
खेड़े तोड़ देने दिल बरबाद होन्गे
चेड़े किसे दिया दुखान दा समान कर दे
चेड़े
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