जीवन सर्गमते गाय जाओ, गाय झागेद सुवानेजीवन सर्गमते गाय जाओ, गाय झाओइसमें दुखुगे किरे घटाये, सुप इसमें मा सुप इसमें भी खेले गोली, वेख मलखार इसमें गूदे, वेख मलखार इसमें गूदे।यही बतन सकरे याथ खेले, ओ मन बत्पन इसमें जुले, जो मन भी यह में खूले।ओ मन बत्पन इसमें जुले।जो मन भी यह में जुले, इसे किस बे मदुर्खाल से नाच रहे, नाच रहे, नाच रहे करवाने।गाय जाओ, गाय जाओ, गाय जाओ गीत सुहाने।ओ मन बत्पन इसमें गूदे, वेख मलखार इसमें गूदे।जीवन की सुंदर कुल्वारी, इसमें संजंग जाती जाए।पुल्य, पुल्य में दोयनकारी, इस तर्गम के मन हर फर फर दोल रहे, दोल रहे, दोल रहे धरती लोलागन।पुल्य, फिल्गनालों के सर्गल प्यावर, फिल्गनालों के सर्गल प्यावर, ओ जाए ध्यावर।गाय जाओ गाय जाओ, गाय जाओ गीत सुहाने।जीवन कर्ग मुझे, गाय जाओ गाय जाओ, गाय जाओ गीत सुहाने।Thank you for watching!