बुल्जे ही रहे गोने या रहे
जे भी सातुर बाय अपना सून है जे रानिया
आ कर भी हमडा फेरो प्यार रगे
जाई कैसा सूरबाय अपना खज बीने हमडा
बुल्जे ही रहे गोने या रगे
जाई कैसा सूरबाय अपना पिया बा के कोरा बाम
बुल भी तू मीठी मीठी बात रगे
जे भी सूरबाय अपना
सुनाइटे राणिया आकर भी हमरा फिरों प्यार रगे
जै कैसा सुर्बा अपना पचबी ने हमरा भुल जेवी रहे कौने या रगे
जै कैसा सुर्बा अपना पिया बाके कोड़ावा मैं बलबी तुम मीठी मीठी बात अगे
जैदे सासुर बाय अपना पिया बागे को राबान
बोल दि तू मीठी मीठी बात अगे
खूबे माजा मैं तो राकते तो गिरनिया दिन औरी रात अगे
खूबे माजा मैं तो राकते तो गिरनिया दिन औरी रात अगे
जैदे सासुर बाय अपना
दिन औरी रात अगे
तुनाई ते राणिया आकर भी हमारा फिर ओ प्यार रगे
जय कैसा सुर्बाई अपना खज़ भी नि हमारा
भूल जे भी रहे खो नि यार रगे
जय ते सासुर्बाई अगर अपना पिया बा के को रॉबाम
बोल भी तु मीठि मीठि बात रगा
दिजी
इजे, कादी, इजे, कादी, कादी, हर्षी जी
राइटर आमी तो के नहरा वो प्यार रजे
तो जरली गोरे दो आर रजे
सिंभारे लभ्यों लालू तोरा मना रखो
तबो तु छड़ली मोझे धा रखे
सिंभारे लभ्यों लालू तोरा मना रखो
तबो तु छड़ली मोझे धा रखे
जे भी सासुर बाय अपना सुनावे धेरानिया
आतर भी हमरा फेरो
प्यार अगे जै कैसा सुर्वाय अपना खज़ भी नहीं हमारा भुली जे भी रहे कुनी यार अगे
जै कैसा सुर्वाय अपना पिया बाके को राबा मैं बोल भी तू मीठी मीठी बात अगे