ये मंत्रानयमासा राघवेंद्राये मंत्रानयमासा राघवेंद्राजय रखवीर गोपी मनोहररिदय सुधारस स्री राघवेंद्राजय जय मानस हे जगदीसजय मुत्राक्षा ज्ञान प्रतास्या जय रखवीर गोपी मनोहरगीता वी त्रुति प्रेमेय दीपिक ञाय दीपिक गीता रचनलूगीता वी त्रुति प्रेमेय दीपिक ञाय दीपिक गीता रचनलूमद्वाचार्युला स्री जय तेर्धुलाभाशाने के नुम व्याक्यनु रासे इललो विल्गिती वईयातंत्र दीपिक ञाय मुतावली भगवत दीत कूपे मेल दीपिकतक्वप्रकासिक ताध्वमंजरे भावा दीपमुलई ये माकोजय रघुवीरा गोपी मनोहरा रिदय सुधार स्री रांगवेंद्रा जय जय मानस जगदीश जय मुत राक्षा ज्ञान प्रकाश जय रघुवीरा गोपी मनोहरासुधी इंद्रा गोरुमुला बोधनला नुविने परिमणव्याक्यनु रासितिमीपरिमणचार्या बिरुदमुना गई पंदिवी स्री रांगवेंद्रा जय रघुवीरा गोपी मनोहरा रिदय सुधार स्री रांगवेंद्रा जय जय मानस जगदीश जय मुत राक्षा ज्ञान प्रकाशजय रघुवीरा गोपी मनोहरा