बला, बला, सिया राम चंद्र खीजै...जैस्रिया...जैस्रिया...उझे जैस्रिय राम सापल माँत लिरेके काम पूरा बारत में दीप जारताबाते यन गेला और चडल भगवात कल औरसब लोग इंतिजार करताऔर ये आये प्रभुसिया संगे रामरामो भोजो रामो भोजो रामोपतव वरिया हो राम पतव वरिया होराम जी लगई ए बेडा पार न हो रामये राम हो राम जी लगई ए बेडा पार न हो रामराम जी लगई ए बेडा पार न हो रामजुमे यूपी बिहार बानी भगवाग कपार सभे भाज़ो तले के हाथे तलावारकोही उड़े यो बीरी बानी मन तक कदीरी सभे आवेला दूरा के बन के फकीरभैया बने जाई बिगडले कामराम भज़ो राम भज़ो राम पतवरी आओ राम पतवरी आओराम जी लगई है वेडंपा रना हो राम के रम होराम जी लगई है वेडंपा रना हो रामराम जी लगई है वेडंपा रना हो रामआराम जी लगई है वेडंपा रना हो रामघौपा रोज सिआ राम, तो पहर सूबर सामके धुत न बिगाड़ी जो बिगढी एन रामजौत बगलू भी मौचे स्रेह हिरामगउपा द्रावको दुख दुख और जो पढ़ते के लिएमौले स्रेह हिरामराम भौज राम भौज राम पतवरिया हो रामपतवरिया हो राम जी लगई है वेडंपा रना हो रामपतवरिया हो राम जी लगई है वेडंपा रना हो राम