जै जगदंवे मादुर्गे तुम हो सबकी सहारा
तुम्हारे कपासे संकत हो दूर सारा
शक्त की देवी तुम हो अम्रे मादुर्गे तुम्हारे बिना ये जब अधूरा है
चिंगी रूप हो रनते हसरों का सनहारा
महिशा सुरमाई दीनी तुमने जब को बचाया
तुम हो शेरावाली तुम हो कानी तुहारी महमा पपार है
जै जगदंवे मादुर्गे तुम हो सबकी सहारा
तुम्हारे कृपा से संकट हो दोर सारा
शक्त की देली तुम हो अम्रे मादुर्गे तुम्हारे बिना ये जग ये पूरा है
नवरात्री में तुम्हारी पूजा होती तुम्हारी भक्तों का मन प्रफुल्ट होता
तुम हो अनन्न पुर्ण तुम हो लक्षिनी
तुम्हारे धपा से घर घर खुश हाँ
जै जग गंबे मादुर्गे तुम हो सब की सहारा
तुम्हारी करपा से संकट हो दूर सारा
शक्त की देली तुम हो अम्रे मादुर्गे तुम्हारे बिना ये जग ये पूरा है
जै जग गंबे मादुर्गे तुम हो सब की सहारा