दोटी आबेलो तो नहीं हीले, सोथे का जंगा को
लगीदी
लगेदे देले बासा
तर नवादा को लगीदी लगेदे देले बासा
देखी भीया,
एक वो जावान साली अपने जीजाजी के घोरे गईल बारी
अब वो गाऊं के लोईका देखला हो सो
कौ तर सुन का हो साली जी
का हो जीजाजी
अरे घाओ मत दो भाव दो
अरे जीया याफ है आप
जीजाजी के घोरे आईल बारी ता तनी हमानी ओ पच्छाओ का
काहे घटी भाव दे हो
तोही छचलो लोगा बार का
गागाई
साली जी हो
बोला बोला
आरे तनी को अईओ हमानी ओ के छाली क्हिया देती हो
छाली कहाईबा, गाली ना खाईबा
ओहो
गहों की गोरी तोहरा जवनी आके रस के बाते
अरे हो तो ना
अच्छा
अरे जाना तरू
का
आजकल हमानी ओ के खाली रहा तनी जाब महराज
तनी मुनी किरपा को देती तो थोड़ा साब
मतला
मज़ा आज़ाई जिनगी में
तरू भाई बीटू बिदार थी
हाँ
अई सुबोज जी
हाँ
अज़ाई जी है ना जी आई शुप का अच्छा
हील भाई अरे साब भाई बान घुमाता रशा हो
अच्छा लहरत जालू
जैसे विसाईल नकी निया आये ही ना देखे हहरत रहा
की कोई निया लहरत जालू जैसे विसाईल नकी निया
रोकल ना बस के बते टोपल ना बस के बते
लाइन में साभे पीछे पाराला बस के बते
साली जी हो
जाना तरू
एक हांथे ताली नानू बाजेला हो
वो ता हमों जाना चाहिए
जीजाजी के घ़रे आयेल बाड़ो
चला ना होने पीजा किया हैं तारा के
आयाय बाई बाई
ही राके खान बाड़ो आड़ो बागदाना मा पोतो बिदयार थी के हवाले बदाना मा
देता
नोट लेला दसके बाटे
आज बदली ना के बसके बाटे पास कोरा हो गई