कि मुझे दुनिया का माल दे लगी है फास दिल से निकाल दे
मुझे करीब का तो शाम इतना सवाल है
वो जो कुछ समझ में आए
मेरी जोली में डाल दे
और किशन भगवान के भजन में खास करके कोई भी शांत नहीं बिटता होगा
दोनों आथ उठें पिठी पिठी तालियों के साथ
कनईया को मनाएंगे
और क्या पुछेंगे कनईया से
उजरद्र
इतना बता दे काना कि तेरा रंग काला क्यों
इतना बता दे काना कि तेरा रंग काला क्यों
इतना बता दे काना कि तेरा रंग काला क्यों
इतना बता दे काना कि तेरा रंग काला क्यों
काला हो पर भी जब से
इतना तिराला तू इतना बता दे काना
कि तेरा रंग काला क्यों
इतना बता दे काना
कि तेरा रंग काला क्यों
जय हो
जय हो
तालियों भी जय वाले तु उस्त्रियाद है
तालियों भी जय हो
तालियों भी जय हो
तु उस्त्रियाद है
तालियों भी जय हो
तालियों भी जय हो
तु उस्त्रियाद है
तालियों भी जय हो
तु उस्त्रियाद है
ओ जो हम कनिया से बार बार पूछ रहें कि कनिया इतना बता दे तेरा रंग काला क्यों कनिया बोलते हैं क्या बोलते हैं
कजरे का रंग भी गाला इसलिए मैं गाला ओ जरा इतना बता दे काला क्यों तेरा रंग काला क्यों तेरा रंग काला
प्रस्तुति प्रस्तुति प्रस्तुति