प्रेमी भक्तों की सेवा में एक भजन जैसा की आप सभी जानते हैं
22 तारीको आयोध्ह में राम दरवार खुलने वाले हैं
आएए एक भजन भखत जनों की सेवा में पुर्बुः श्री राम का लेकर के आ रहे हैं
आएए किस तरीके से भजन में क्या लिखा है वाला
जरा देर ठहरो राम
जरा देर ठहरो राम तमना यही है
अभी हमने जी भरके देखा नहीं है
जरा देर ठहरो राम तमना यही है
अभी हमने जी भरके देखा नहीं है
कैसी घड़ी ही आज जीवन की आई
अपने ही प्राणों की करते विदाई
अब यह कौयो था हमारी नहीं है
अभी हमने जी भरके देखा नहीं है
माता कोई शल्या की आखों के तारे
माता कोई शल्या की आखों के तारे
दसरत जी के हो राज दुलारे
कभी यह अयोज्छा को भुलाना नहीं है
अभी हमने जी भरके देखा नहीं है
माता कोई शल्या की आखों के तारे
जाओ प्रभु अब समय हो रहा है
घरों का उजाला भी कम हो रहा है
अंधेरी निशा का भिकाना नहीं है
अभी हमने जी भरके देखा नहीं है
चरा तेर ठेहरो राम तमना यही है
अभी हमने जी भरके देखा नहीं है
अभी हमने जी भरके देखा नहीं है