मैं यूटूप रही हूँ इन आँखों में तेरी
मैं बोली नहीं कुछ तू जाने है मेरी
चलते चलते तुम आओन यूँ साथ मेरे रह जाओन
बस पैटे रहो यही पास मेरे
आप और कई तुम चाओन
मेरे बैबूब तूने हमें देना चाहिए तसमै बार
बारिश का ये मौसम तेरी याद में हम रोरे थे
सेहन में वोला मैं दर्द जरा भी न थमै
तब ये लिक्के बरे कागस थोड़ी देर पैले जो कोरे थे
बोले मेरे बारे सब ये बन्डा पूरा टूटा है
तूराया मैं तो जैसे बर्दल तेरे पै छूटा है
सुना मेरे जाने के बाद एक बाद भी रोई नी तू
बोल सेरा कितनी राते मेरी तरा सोई नी तू
कोही नी तू हस्ते रहना मेरी तरा कोही नी तू
तुही दिखे मुझे मैं जहां भी जाती हूँ
अब कैसे बोलो ये तुझे कितना चाती हूँ
चलते चलते तुम आओन यूँ साथ मेरे रह जाओन
बस बैटे रहो यही पास मेरे अब और कई तुम जाओन