दादी मां गावे कोडियां चान तारे फुल बरसावन
जडी जानज तो लालांदी चले लारी मौत वे आवन
खब रहो या सुबेनू लालां टुकना लाके सेरा
पोते हथी तोरेने दान मां गुझरीदा जेरा
ठंडे पुर्ज हवा वावी चीर के सीना वगदियां जावन
जडी जानज तो लालांदी चले लारी मौत वे आवन
गंबी सुबेदी कचेरी जदो गुझरी सी जकारे
जिन्द हस हस वार गए दसमेश दे दुलारे
पोते तेख बहादर दे ना वैरी तों कबरावन
जडी जानज तो लालांदी चले लारी मौत वे आवन
जो सिरहंद तो चडिया मत्था चुमिया दादी ने आईयां दूर होन दियां कडिया
बाशिहीती चमकार सेयां सत्कुरदा शुकर मनावन
जडी जानज तो लालांदी चले लारी मौत वे आवन