एह उमर के उमांग में, सनहिया के रंग में, आतु दुसरा के संग में जाता रहा, अतने अपसोस रही की तु हमार ना भयो।चूप रहा, हम के महाव कादा, ऐमे हमार कौनू गलती नहीं के?कौने ला तु प्यार जाती, हीरी आपा हमार, जानी रोई हाने ला भार जी।कौने ला तु प्यार जाती, हीरी आपा हमार, जानी रोई हाने ला भार जी।सज के, सवाद के, डोलिया पे चाड़ी के, जात बाली जाने अपना पियाबा के घोर जी।पर साल के लगन हम भी तहीनी तोहरे साथ में, बात मजबोरी महदी रचल बाते हाथ में, आब हम कुछ नहीं कर सकेंगे।पर साल के लगन हम भी तहीनी तोहरे साथ में, बात मजबोरी महदी रचल बाते हाथ में, लमटी के आइब फेरू, दिया हाला साइब दिल में, रोखी हो सवाद के।सज के सवाद के, दोलिया में चाड़ के, जात बाली जाली अपना पियावा के खार जी।खीचा ले बारा फोटो जाम, देखी हाँ उठी सूती के, किसमत बारू खल बाकी, तू ना जाई हारू पिके।शायब अभी ना हो पाइजान।खीचा ले बारा फोटो जाम, देखी हाँ उठी सूती के, किसमत बारू खल बाकी, तू ना जाई हारू पिके।बूछा तू लचारी, तू ना आरू ना पिहारी, लोड़ा वा पही धार धार जी।सजके सवार के, दोली आपके चाड़ी के, जात बाली जाने अपने पियावार के गौर जी।सजके सवार के, दोली आपके चाड़ी के, जात बाली जाने अपने पियावार के गौर जी।जाता नहीं जान, अपने ख्याल रखिया।जान, अकेले कुछ नहीं है।