मुझे यहाँ जन, छोई यहाँ जनरति ऐसे धाईले बानी, परसानी बढ़ाईले बानी, अब यवरी न दिये ही साझाजाईना बोहरी होंके छुई ये राजा, हमारो पो इसे जनी मुझी ये राजाभीर भेट होई, जानी नहीं कोई, कोरी मिजाज नहीं ताजाजाईना बोहरी होंके छुई ये राजा, हमारो पो इसे जनी मुझी ये राजासारी पियारे लाले लाल कोई दी हाला, देहिया के हम रातु हाल कोई दी हालासेजिया पो सईयाजी सोंगे सुता के, भूमल फिरल हमर काल कोई दी हालाकाहे मानत नहीं खी बतिया, धड़कोता हमर छटिया, अब जनी बजाई बैजाजाईना बहरी होंके छुई ये राजा, हमरा पो इसे जनी मुझी ये राजाटूटल चूड़ी और कन बाली, गईल जुराई मुरा उठावा के लालीतनी को सैयाना हम पे मुहाई, रौवा मुझे मेरा हीला खालीसुनी पंको जनी रजबिया, भर जनी जुड़ाई जिया, अब धई के हमके पाजाजाएना बहरे हमके छूई ये राजा, हमारा पो इसे जनी मुझी ये राजा