या जाने मन दर्वजवा खोल भी की थोड़ देईकमीने लगता है तू फिर पीके आया हैनहीं मेरी जान मैं पीके नहीं बलगी एक बोतल लेके आयालगता है तू ऐसे नहीं मानेगाकमीने आज तुझे मैं पका लती आऊंगेऐसा मैंने क्या कर दिया है जो तुम मुझे लती आओगीक्योंकि तुम रोज पीके आते होअरे मेरी जाने आज मैंने थोड़ी पीली हैइसलिए तो आज धोती तेरी गीली हैखुड़ी क्या बात मेरी डॉर्लिंग बताओ नाचलो रहने दो जादा मसका तुम लगाओ नाअरे मेरी जाने हम सराव के दिवाने हैमैं जानती हूँ आप तो बड़े सयाने हैआज ये दारू पीते ही मुझे चड़ जाती हैपीने वालों को गवर्नर यही बनाती हैमैंने दारू कोई अपनी जिंदगी बनाया हैकहां से मन में तेरे ये खायाल आया हैअरे इसी सराव ने जीना मुझे सिखाया हैअरे तु अपनी पैसे का नहीं पी सकता हैतुझे किसी और नेपिलाया हैअरे ऐसी कोई भाग नहीं है जानेमनअरे जीना गी के असा ही जी अब धनियाहमा ये हितोरे दरुआ पिय अब धनियाइता दरुआ में डाल के पियने पानियाअरे मारी मारी तोहा के सुधार दे बोहोतोह तानी भरे दे बोहोकमीनी जरा कम बोलोराजा हो पियले में कवन मजा तु पावेलाएके पियले एके बाद स्वर्ग नजर आवेजब हम तु चठे पैदा कैला उसा का करी हैवो सारे हमरे मतीन पीके रोजो रोजो लड़ी हैतु नमे भरी के चिंता कर बता के कारी होतु का चाहत हव की चिंता कोई के मौरी होपीके अल्लु आलाता खम्हा से बात कारेलाअचाई मदाव की तोर कान कवन भारेलाजब से आई लोहाई रहन से तोहरे पकी गई नेआवा यब गोड़ दबादा ये रहनी ठकी गई नेतुके समझावेले कतनी को असर ना पड़ेलाएक पैग मरला पर इराश्य राश्य चोड़ेलातोहे दारू जरूरी हो कि में हरारू होबड़ा नसीव से मिले पिये के दारू होहमरे फेगा में जे रहा बाता ठीक ना होईहाई तोर रोज का जवन नव ठंकी होअगा मसे बरदा असर ना होईअच्छा?हाँ ले सुनहाँ मरा देसे लड़ा तारू देखिये के जरा तारूपिया दानि दरू आथा काई मना करा तारूभी गे रोजा आवा तारा ना खारा पाचारा ताराबना रे के लेखा है मुआबा बनावा ताराहाथा तोहा राके कुशन दिहा बधनियाकाहे? काहे रोजा दरू?बाती यही तरे दरू आप पिया बधनियाअच्छा ही बताओ कि पती तो हम के माने लीतुके तड़ा पानी में हवाई बात जाने लीबिना दारू के एक कोपल न रहल जाला रेतैक दिन के ना हवे तरो जवाला रेभूगे लगता है कि तोर काल बउरी आईल हाँहट गुस्सा से हमार मान खाऊ कि आईल हाँठके जोटा घिराई दे बजे कर बुरु आईसनजेना में हरी पे ध्याने देयू मरद कैसनतानी कम बोलना ता हाथ हमार उठ जाईपटक कि सीना पे चढ़ी जाई वो पियल छूटी जाईकर नहीं हर में ता पहला वानी काईले बारी काअरे ऐसी ना समझ में आईता हाई धोबिया पच्छाड हमारी काकाकलीया जमन सुरले हुआ हमारी नोशेे से भागसते मेंता तारू पीया वलन गे जी होला पा मै लेला शाणि ना सावे मै घारां बाद�ु वार हाथ भेची जेला रानीइहे कुलकारा बातू बात नहीं माना बातू अपना में हरिया के दारू पीके मारा बातूहर दारू पीके जगारा करो बधानिया काई करबाद मार क्यों आप पड़ देहम ये हितरे दरूआ पियो बधानिया इतर दरूआ में डाल के पिये ले पानियाकरे दो गलवा ना मन बेका
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