जनवदिन, जनवदिन,
जनवदिन,
पेर के बाहो, सोपे माथो, सोपे माथो बाखे
जुग, जुग जियो हमर भोई अख सहरी,
तोहर के लाग जाओ उन्होर हमर सहरी
तारा बादे,
तारा नियं गोलो,
फेर के बाहो,
सोपे नाचो,
तो जुमद बाठे,
जनवदिन सेर के बाहो
जिद जागे जागे बादे ते टेटी जेखो के से,
सोपे को रहत रहे यही दिन के वे,
छी चाल के तीन सावो पहे सट दिन,
तोहरे नामे रहे ट्रेन दिन,
एक कट ताज देखो पुरा धेर के बाहो,
सोपे नाचो, तो जुमद बाठे,
जनवदिन सेर के बाहो,
सोपे नाचो, तो जुमद बाठे,
जनवदिन सेर के बाहो, सोपे नाचो, तो जुमद बाठे,
मने भाही एक बड़े, जैसे मने देवा है,
जैसे मुझे पुरा भोजा, पुरी जबमा,
जबमा ही तुम्हसेन जीके घेर के बाहो,
सोपे नाचो, तो जुमद बाठे,
जनवदिन सेर के बाहो, थोग MS शक्यां,