बिना देखले कैसे रही
कुछ बोजात नई खे
इभी ना देखले कैसे रही
कुछ बोजात नई खे
की जेके देखी जियत रही
अब उभेटात नाई खे
की जेके देखी जियत रही अब
उभेटात नाई खे
इभी ना देखले
कैसे रही कुछ बोजात नाई खे
इभी ना देखले कैसे रही कुछ बोजात नाई खे
वैसे भुलायिल जाई
मिला तरहलु दिन के
तोहारा का बुजाई खुशी ले गईलु चिन के
किसुजीत के सांगे देखी उत बारादास नाई खे
इभी ना देखले
कैसे रही कुछ बोजात नाई खे
इभी ना देखले कैसे रही कुछ बोजात नाई खे
पहिले ना पियत रही
कबहु सराब हो कैसे बुताई लागा बाते दिल में आग हो
पहिले ना पियत रही हमहु सराब हो कैसे बुताई लागा दिलाबा में आग हो
संदीप रही है नाही रोबल
जात नाई के
इस नुधीर
रही है नाही
रोबल जात नाई के
कैसे जीवी जीयल जात नाई खे