तेरे बुले में चरार जीनम तेरे गंदे में वाध रही
मेरी कंथी का मन भोरला जुलम बिंदी धागी
मेरी जुट्टी बोलाई जुणचन चुनी जाप पुरे आली पागी
मैं कुर्टे में वाध अमन मैं मेरी छटी पे चरवार गई
कुर्टे बुले में तकरार गई रमन दिते दिवा मार गई
रफ़पनकी जूत्सले मतकती दुईयाबद्रसोटी रह
सपन की जूसले मत थी तूग्या बतर छोटी रह
मेरे बावन कलिया के दापन की छोल ते क्यों धंग रह गया
तल देख लिए उन्हां दो गड़ी मरदानी तेरा संग रह जा
चूने जापुर्याली पागी
मेरे जुत्ती बोलायेच मचन चूने जापुर्याली पागी
जापुर्याली पागी