जाये माल में
खुलवा गुलाब के बरास गाई
दिलवा में लाई की एगो धास गाई
जाये माल में माले गो फ़स गाई
गाईल रणी अपना संगाती के बराती
धर से न लड गाईल छाती में छाती
लबके खुसब उभफस गाईल
जाये माल में माले गो फ़स गाईल
सुटा बुट हमा हुँ गाईल रहनी ज्हार के
माड़ो में देखे के टाके निहार के
टाके इसारा उता धास गाईल
पामेला जिया रत रस गाईल
जाये माल में माले गो फ़स गाईल
सुप दयाल हरी उम के आंगाना बोलो वलो
चाऊकी पे खाना बोई इठा के खिलो वलो
पिंटु आया पू के जट गाईल
प्यार के पलाख दिल में फ़स गाईल
जाये माल में माले गो फ़स गाईल
फुलवा गुलाब के बरस गाईल
दिलबा में लाई की एगो धास गाईल
जाये माल में माले गो फ़स गाईल